3 बार नाभि में डालिये 4 बूंद सरसों का तेल हमेशा के लिए जड़ से ख़त्म हो जायेगे इतने सारे रोग


सिर में तेल लगाने के कई सारे फायदे होते है ये तो आप जानते ही होंगे लेकिन आज हम आपको सिर में तेल लगाने के नहीं बल्कि तेल से जुड़ी कुछ और खास बाते बताने जा रहे है. सिर में तेल लगाने से बाल बड़े होते है, बाल मजबूत होते है, बालो में रूसी नहीं होती है और सिर में तेल लगाने से सिर दर्द भी दूर रहता है.



सिर में सिर्फ कुछ बूंद तेल लगाने से इतने सारे फायदे होते है लेकिन तेल को सिर्फ सिर में ही लगाने से फायदे नहीं होते है बल्कि तेल को अपनी नाभि में लगाने से भी काफी सारे फायदे होते है. आप हफ्ते में 2 बार अपनी नाभि में तेल डालने से भी कई सारे फायदे होते है और सिर्फ फायदे ही नहीं बल्कि नाभि में तेल डालने से शरीर के कई सारे रोग भी ख़त्म हो जाते है.



नाभि में कुछ बूंद सरसो का तेल डालने से फटी होठों की समस्या दूर हो जाती है इसीलिए अगर आपके होंठ बार बार फट जाते है तो अपने नाभि में कुछ बूंद सरसो का तेल ज़रूर डालिये.
नाभि में कुछ बूंद सरसो का तेल डालने से आँखों की समस्या भी दूर हो जाती है जैसे की अगर किसी व्यक्ति की आँखों में जलन होती है तो उसे अपनी नाभि में कुछ बूंद सरसो का तेल ज़रूर डालना चाहिए.


नाभि में कुछ बूंद सरसो का तेल डालने से शरीर पर होने वाली सूजन की समस्या भी दूर हो जाती है.
नाभि में कुछ बूंद सरसो का तेल डालने से चेहरे की समस्या भी दूर हो जाती है. अगर किसी व्यक्ति को चेहरे पैर पिम्पल और दाग-धब्बों की भी समस्या है तो उसे नाभि में कुछ बूंद सरसो का तेल ज़रूर डालना चाहिए.
नाभि में कुछ बूंद सरसो का तेल डालने से पेट की समस्या भी दूर हो जाती है. अगर किसी व्यक्ति को एसिडिटी या गैस की समस्या है तो उसे नाभि में कुछ बूंद सरसो का तेल ज़रूर डालना चाहिए.
अगर आपको ये खबर अच्छी लगी हो तो लाइक ज़रूर करे और अगर आपको इस खबर में कुछ पसंद नहीं आया हो तो उसे लिए हम आपसे माफ़ी चाहते है लेकिन हम कोशिश करेंगे की हमारी अगली खबर आपको ज़्यादा से ज़्यादा पसंद आये और आप हमसे जुड़े रहे.
3 बार नाभि में डालिये 4 बूंद सरसों का तेल हमेशा के लिए जड़ से ख़त्म हो जायेगे इतने सारे रोग 3 बार नाभि में डालिये 4 बूंद सरसों का तेल हमेशा के लिए जड़ से ख़त्म हो जायेगे इतने सारे रोग Reviewed by Salemgarh Masani on March 29, 2018 Rating: 5

No comments:

Powered by Blogger.